1. dashrathprasad
       वीर रस की गाथा
         बुन्देलखन्डी

'अरे हम सोचत ते मन अपने में

की अम्मार मेरे उदयचन्द राय 
जो हम जन्ते की हम अम्मार हैं 
तो लड़न न देते उदयचन्द राय,